भूत आया

जब रात का समय आता था, और बिल्कुल अंधेरा हो जाता था, तो हम सभी दोस्त बैठकर हॉरर स्टोरी सुनने के शौकीन बन जाते थे। वो सभी कहानियाँ थी जिनके किस्से और डरावने वाक्य बचपन में हमें डरा देते थे। यह कहानी एक छोटे से गाँव के एक पुराने हवेली की है, जिसका नाम बाबूराम हवेली था। इस हवेली की डरावनी कहानी आज भी गाँव के लोगों के बीच गूंथी जाती है। एक दिन, गाँव का एक युवक नामक अर्जुन उस हवेली के पास जा रहा था। वह कहानियों का शौकीन था और सब लोग उसे बाबूराम हवेली की कहानियों से डराने के लिए चिढ़ाते थे। अर्जुन ने तय किया कि वह वहाँ जाकर एक रात बिताएगा और सबको यकीन दिलाएगा कि वो कहानियों से डरने वाला नहीं है। वो रात के समय हवेली की ओर बढ़ता गया और अंधेरे में वह वहाँ पहुंच गया। हवेली का माहौल डरावना था, और सुनसान छायादार कमरों की चीखें सुनाई देने लगीं। अर्जुन ने सोचा कि यह सब सिर्फ कहानियों का हिस्सा हो सकता है, और वह एक नींद का निवास ढूंढ लेगा। वह एक कमरे में चला गया और अपनी बिस्तर पर बैठ गया। लेकिन तब वह सुना कि कुछ अ...