जिन्न का सोने का आईना
पूरे गांव में एक जिन्न के बारे में कई किस्से सुनाए जाते थे। जिन्न ने उस गांव को बसेरा बना रखा था और लोगों को डर से डराता रहता था। किसी ने कहा कि जिन्न की मांगलिक खुदाई के बाद यहां आ गया था और उसने गांव के आस-पास खूनी खंडहर बना दिए थे। लोगों के दिलों में डर का माहौल फैल गया था और सभी रात को घरों में बंद होकर रहते थे।
एक दिन, एक बहादुर युवक ने ताकतवर अमल और मंत्रों की सहायता से जिन्न को नष्ट करने का फैसला किया। वह अकेले ही रात के समय जिन्न के गुहार में जा पहुंचा। गुहार में पहुंचते ही उसे अनेकों भूतों और भयानक आवाजों की सुनाई देने लगीं, पर उसने हिम्मत नहीं हारी। वह आगे बढ़ता रहा और अंत में एक विशाल खिलौने के पास पहुंचा।
खिलौना बहुत ही रहस्यमय और भयानक लग रहा था। युवक ने सोचा कि यह खिलौना शायद जिन्न की सच्चाई छिपाने के लिए हो सकता है। उसने खिलौने को धीरे से छूने की कोशिश की, लेकिन वह एक बड़ी चीख के साथ रुखी हो गई। उसके साथ ही, गुहार में सभी आवाजों की रोंगटे खड़े कर देने वाली चिल्लाहट होने लगी।
युवक का हृदय धड़क रहा था, लेकिन उसने आगे बढ़ते हुए खिलौने को और जोर से छूने की कोशिश की। इस बार, खिलौने से एक गुप्त राज बाहर निकला और जिन्न वहीं से बाहर आ गया।
जिन्न विचलित था, क्योंकि यह युवक उसे जीत गया था। उसने जिन्न को बातचीत करके पता लगाया कि वह गांव के लोगों को सिर्फ डराता ही था, लेकिन उसका कोई अन्य इरादा नहीं था। युवक ने जिन्न से वादा किया कि वह उसे छोड़ देगा, लेकिन जिन्न ने एक शर्त रखी।
जिन्न ने कहा कि यदि तू मुझे छुड़ाना चाहता है, तो तू एक चीज का निर्माण करेगा। वह चीज थी एक सोने का आईना, जिसे जिन्न दिनभर में खुद को देख सके। यदि युवक उसे सोने का आईना नहीं देता, तो जिन्न उसे कभी छोड़ने वाला नहीं था।
युवक ने समझ लिया कि जिन्न की सच्चाई जानने के लिए उसे अपने आप को दिखाना होगा। वह अपने घर लौटकर चांदी के टुकड़ों से एक आईना बनवा लाया। उसने जिन्न को आईना दिया और जिन्न वहीं से लुप्त हो गया।
इस घटना के बाद से गांव के लोगों का डर दूर हो गया और जिन्न के कहानी उनकी सोनी आंखों वाले युवक ने पूरे गांव में फैलाई। लोग उसे बहुत पसंद करने लगे और उसे गांव की सुरक्षा के लिए भी रखा।
इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि डर के सामने हिम्मत और विश्वास सबके पास होना चाहिए।
जिन्न की हॉरर स्टोरी..
एक गांव में एक आदमी रहता था जिसका नाम राहुल था। वह गांव में एक पुराने हावड़ी में रहता था जिसे लोग डर के कारण छोड़ चुके थे। वहीं वाहन राहुल के जीवन में खासा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था क्योंकि वह गांव के लोगों को जाता-आता था और उनकी मदद करता था।
एक रात, जब राहुल अपने घर में वापस लौट रहा था, वह एक महसूस करने लगा कि कोई उसे देख रहा है। जब उसने अपने पीछे मुड़कर देखा, उसे कुछ नहीं दिखाई दिया। राहुल ने यह सोचकर मुड़ा कि शायद यह उसकी भ्रम जगह थी।
धीरे-धीरे, इस प्रकार के वाकई घटनाएं बढ़ने लगीं। रात के समय, जब राहुल अकेले होता था, उसे वातावरण में अजीब सी सनसनाहट महसूस होने लगी। उसे लगा कि कोई वहां है, लेकिन उसे दिखाई नहीं दे रहा है। उसने बार-बार अपने घर के चारों ओर देखा, लेकिन उसे कुछ नहीं मिला।
कुछ दिनों बाद, जब राहुल अपने घर में रात को सो रहा था, उसने बड़े डर के साथ एक अजीब ध्वनि सुनी। यह ध्वनि कुछ विपरीत और रोंगटे खड़े कर देने वाली थी। राहुल ने अपनी आंखें खोली और उसे एक छाया में देखा जो उसके पास थी।
छाया दरवाजे के पास थी और वह राहुल की ओर बढ़ रही थी। राहुल ने कोशिश की कि उसे कुछ कहे, लेकिन उसकी आवाज़ बंद हो गई। धीरे-धीरे, छाया ने उसे घर के बाहर ले जाया। राहुल को डर बहुत लग रहा था, लेकिन उसने आगे बढ़कर छाया की पीछे जाने का निर्णय लिया।
राहुल ने छाया की पीछे चलते हुए हावड़ी के एक अंधेरे कमरे तक पहुंचा, जहां वह देखा कि छाया एक दीवार के अंदर गयी है। उसने वहां जाकर छाया को ढेरों रोंगटे खड़े कर दिए और वापस बाहर निकल आया। अचानक, हावड़ी के सारे लोग जग उठे और घबराते हुए देखने लगे।
छाया के रोंगटे खड़े करने से पहले, उसकी पहचान हो गई थी। यह राहुल का पुराना मित्र राजन था, जो कई सालों से गांव से दूर रहकर वहां चिकनी के लिए वापस आया था। राहुल को उसकी मदद करने के लिए ही वहां लाया गया था।
बाद में पता चला कि राजन ने हावड़ी में रहने वाले लोगों को डराने के लिए एक छाया का प्रयोग किया था। इससे उन्हें वहां से भागा दिया जाता था और राजन आसानी से उनकी समस्याओं को हल करता था।
यह कहानी दिखाती है कि वक्ता अपनी भ्रमित सोच और डर के साथ जूझने के बजाय उसे समझने की कोशिश करना चाहिए।
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