भूतिया हवेली
कहानी शुरू होती है एक पुराने हवेली में, जो जंगलों में छिपा हुआ था। लोग कहते थे कि हवेली में रात के समय अजीब घटनाएँ होती थीं। एक बच्चा अपने दोस्तों के साथ हवेली का दर्दनाक सच जानने का फैसला करता है।
रात के समय, वे हवेली में प्रवेश करते हैं और आवाज़ें सुनते हैं, पर किसी को नहीं देखते। थोड़ी देर बाद, उन्हें एक भूतिया सफरगुज़र बच्चे के आवाज़ का पता चलता है। वह बच्चा बताता है कि वहाँ एक अद्भुत पुरानी तस्वीर है जो इस हवेली के रहस्य का कुंजी है।
जब वे तस्वीर को ढूंढने के लिए जाते हैं, तो उन्हें हवेली में भूतों के साथ संघर्ष करना पड़ता है। आख़िरकार, वे तस्वीर को ढूंढ लेते हैं और भूतों के आत्मा को शांति मिलती है।
कहानी का नाम: "भूतिया हवेली"
एक बड़े हवेली में एक बड़ा पुराना गितार पड़ा था। उस हवेली की रात्रि को अजीब आवाज़ें आने लगीं, जैसे कोई गिटार बजा रहा हो। लोग बताते थे कि हवेली में एक भूत रहता है, जिसका आवाज़ सुनाई देता है।
एक रोज़ रात्रि को, एक वीरान लड़का हवेली में घुस गया और गिटार पकड़ लिया। वह गिटार बजाने लगा और भूत का आवाज़ छूप गया।
सब देखते रह गए और चौंके, जब पता चला कि गिटार बजा रहे थे वही लड़का था, जो पुराने हवेली के मालिक के पोते का छोटा भाई था, जिसकी मौत कुछ साल पहले हो गई थी।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें